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Top 20 Bhajans of Lord Krishna and their Meanings

Krishna Bhajan

Lord Krishna Bhajans

The bhajans of Lord Krishna are very beautiful. They mainly describe the various antics and pranks played by Krishna during his childhood and his conversations with Radha.

In Hindu mythology, Bhajans play a very important role. While aarti is performed after conducting a ritual, a bhajan can be sung any time of the day. A bhajan is just a way of remembering the god.

There are many bhajans related to Lord Krishna. Out of all, the 20 best bhajans are listed below.

Read More: Story of Krishna 

1)Title: यशोमती मैया से बोले नंदलाला

यशोमती मैया से बोले नंदलाला
राधा क्यों गोरी, मैं क्यों काला

बोली मुस्काती मैया, ललन को बताया
कारी अंधियारी आधी रात में तू आया
लाडला कन्हैया मेरा हो … लाडला कन्हैया मेरा,
काली कमली वाला, इसीलिए काला

यशोमती मैया से बोले नंदलाला
राधा क्यों गोरी, मैं क्यों काला

बोली मुस्काती मैया, सुन मेरे प्यारे
गोरी-गोरी राधिका के नैन कजरारे
काले नैनों वाली ने हो ….. काले नैनों वाली ने,
ऐसा जादू डाला, इसीलिए काला

यशोमती मैया से बोले नंदलाला
राधा क्यों गोरी, मैं क्यों काला

Meaning

In this bhajan, Lord Krishna asks his mother, Yashoda, why Radha is fair and I am dark skinned. Yashoda is pleased with his innocence. She tries to explain, why he is dark coloured. And then she says, even fair Radha has beautiful dark eyes and she only has done some magic on you that’s why you are dark.

 Lord Krishna Bhajan

2)Title:राधिका गोरी से, ब्रिज की छोरी से

मैया करादे मेरो ब्याह
उम्र तेरी छोटी है नजर तेरी खोटी है
कैसे करा दु तेरो ब्याह

चंदन की चोव्की पर, मैया तुज को बिठाऊँ
अपनी राधा से मै, चरण तेरे दबावों
भोजन मै, बनवाऊँगा, बनवाऊँगा छप्पन प्रकार के

राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से
मैया करादे मेरो ब्याह
उम्र तेरी छोटी है नजर तेरी खोटी है
कैसे करा दु तेरो ब्याह

छोटी सी दुल्हनिया, जब अँगना में डोलएगी
तेरे सामने मैया, वो घूँघट ना खोलेगी
दउ से जा कहो, जा कहो बैठेंगे द्वार पे

राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से
मैया करादे मेरो ब्याह
उम्र तेरी छोटी है नजर तेरी खोटी है
कैसे करा दु तेरो ब्याह

सुन बातें कान्हा की, मैया बैठी मुस्कयन
लेके बलिया मैया, हृदय से अपने लगाये
नजर कहि, लग जाएँ ना, लग जाएँ न मेरे लाल को

राधिका गोरी से, ब्रिज की छोरी से
मैया करादे मेरो ब्याह
उम्र तेरी छोटी है नजर तेरी खोटी है
कैसे करा दु तेरो ब्याह

राधिका गोरी से ब्रिज की छोरी से
मैया करादे मेरो ब्याह
कान्हा करा दु तेरो ब्याह

Meaning

In this bhajan, Lord Krishna tells his mother Yashoda that he wants to marry Radha, and telling the benefits of this marriage. But Yashoda Maa explains to him that he is too young to get married.

 Lord Krishna Bhajan

3)Title: बड़ा नटखट है रे, कृष्णा कन्हैया

बड़ा नटखट है रे, कृष्णा कन्हैया

का करे यशोदा मैया

ढूंढे री अखिया, उसे चहू ओर,

जाने कहाँ छुप गया, नंदकिशोर।

उड़ गया ऐसे, जैसे पुरवईया,

का करे यशोदा मैया॥

आ तोहे मैं, गले से लगा लूँ,

लागे ना किसी की नज़र, मन में छुपा लूँ।

धुप जगत है रे, ममता है छईया,

का करे यशोदा मैया॥

मेरे जीवन का तू, एक ही सपना,

जो कोई देखे तोहे, समझा वो अपना।

सबका है प्यारा, बंसी बजयिया,का करे यशोदा मैया॥

Meaning

This bhajan describes the situation of Mother Yashoda because Lord Krishna was very naughty. Mother Yashoda explains that her eyes always search for him everywhere, who knows where Lord Krishna is hiding and she continues that you are the only dream of my life.

 Lord Krishna Bhajan

4) Title: मैया मोरी मैं नहिं माखन खायो |

मैया मोरी मैं नहिं माखन खायो |

मैया मोरी मैं नहिं माखन खायो |

भोर भयो गैयन के पाछे, मधुवन मोहिं पठायो ।

चार पहर बंसीबट भटक्यो, साँझ परे घर आयो ॥

मैं बालक बहिंयन को छोटो, छींको किहि बिधि पायो ।

ग्वाल बाल सब बैर परे हैं, बरबस मुख लपटायो ॥

तू जननी मन की अति भोरी, इनके कहे पतिआयो ।

जिय तेरे कछु भेद उपजि है, जानि परायो जायो ॥

यह लै अपनी लकुटि कमरिया, बहुतहिं नाच नचायो ।

‘सूरदास’ तब बिहँसि जसोदा, लै उर कंठ लगायो ॥

Meaning

In this entire song Lord Krishna is trying to convince his mother Yashoda that my dearest mother, I did not eat the ‘maakahn’ (fresh butter). Since it is clearly a lie and both know it, what ensues is an argument where Krishna uses various tactics to persuade Yashoda to forgive him.

Read More: Facts on Krishna-Radha 

 Lord Krishna Bhajan

5) Title: गोविन्द बोलो हरी गोपाल बोलो,

गोविन्द बोलो, हरी गोपाल बोलो,

राधा रमण हरी, गोविन्द बोलो, (x6)

जै – जै श्याम राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…

ओ री ओ मोसे मोरा श्याम रूठा, कहे मोरा भाग फूटा, 

कहे मैने पाप धोए, आँसुवान बीज बोए, 

छूप-छूप मीरा रोए, दर्द ना जाने कोई

जै – जै श्याम, राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…

विष का प्याला पीना पड़ा है, मारकर भी मोहे जीना पड़ा है,

नैन मिलाए गिरधर से, गिर गई जो अपनी ही नज़र से,

रो-रो नैना खोए 

छूप-छूप मीरा रोए, दर्द ना जाने कोई,

जै – जै श्याम, राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…

गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,

राधा-रमण हरी गोपाल बोलो,

गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो

गोविंद बोलो हरी गोपाल बोलो,जै – जै श्याम, राधेश्याम, राधेश्याम, राधेश्याम…

Meaning

This song is all about devotion and it shows that how grateful all his devotes are just taking the name of Lord Krishna. The blessing of Lord Krishna is everything for his devotes.

 Lord Krishna Bhajan

6)Title: श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम

श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम,

लोग करे मीरा को यूंही बदनाम

सांवरे की बंसी को बजने से काम….. (2)

राधा का भी श्याम, वो तो मीरा का भी श्याम

जमुना की लहरें, बंसीवट की छैया 

किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैया

श्याम का दीवाना तो, सारा ब्रिज धाम,

लोग करे मीरा को यूंही बदनाम 

कौन जाने बांसुरिया किसको बुलाए

जिसके मन भाए, वह उसी के गुण गाए 

कौन नहीं बंसी की धुन का गुलाम

 राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम

Meaning

This bhajans talks about the magic of lute play by Krishna. It says that everyone is enchanted by the magic of his flute, then why people blam only Meera. In reply Krishna says, he beleibved to everyone.

 Lord Krishna Bhajan

7)Title: हे आनद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की

 हे आनद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की

नन्द घर आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की

हे ब्रज में आंनद भयो, जय यशोदा लाल की

नन्द घर आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की

हे आनद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की

गोकुल घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की

जय हो नन्द लाल की, जय यशोदा लाल की

हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की

जय हो नन्द लाल की, जय यशोदा लाल की

हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की

हे आनद उमंग भयो, जय हो नन्द लाल की

नन्द घर आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की

कोटि भ्रह्मांड के अधिपति लाल की

हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की

हो कोटि भ्रह्मांड के अधिपति लाल की

हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की

हे गौहे चराने आये जय हो पशुपाल की

गोकुल घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की

गौहे चराने आये जय हो पशुपाल की

नन्द घर आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की

आनद से बोलो सब, जय हो ब्रज लाल की

हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की

हे जय हो ब्रज लाल की, पावन पति पाल की

गोकुल घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की

हे जय हो ब्रज लाल की पावन पति पाल की

गोकुल घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की

कोटि भ्रह्मांड के अधिपति लाल की

नन्द घर आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की

गौहे चराने आये जय हो पशुपाल कीनन्द घर आनन्द भयो जय कन्हैया लाल की.

Meaning

This bhajan is dedicated to Lord Krishna as “Hathi Ghoda Palki Jai Kanhaiya Lal Ki” when Little Krishna comes on his Birthday, Hathi Ghoda Palki Jai Kanhaiya Lal Ki Lyrics is sung by People to show their love and joy for the presence of Krishna.

 Lord Krishna Bhajan

8)Title: आज बृज में होली रे रसिया।

आज बृज में होली रे रसिया।

होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया॥

अपने अपने घर से निकसी, कोई श्यामल कोई गोरी रे रसिया।

कौन गावं केकुंवर कन्हिया, कौन गावं राधा गोरी रे रसिया।

नन्द गावं के कुंवर कन्हिया, बरसाने की राधा गोरी रे रसिया।

कौन वरण के कुंवर कन्हिया, कौन वरण राधा गोरी रे रसिया।

श्याम वरण के कुंवर कन्हिया प्यारे, गौर वरण राधा गोरी रे रसिया।

इत ते आए कुंवर कन्हिया, उत ते राधा गोरी रे रसिया।

कौन के हाथ कनक पिचकारी, कौन के हाथ कमोरी रे रसिया।

कृष्ण के हाथ कनक पिचकारी, राधा के हाथ कमोरी रे रसिया।

उडत गुलाल लाल भए बादल, मारत भर भर झोरी रे रसिया।

अबीर गुलाल के बादल छाए, धूम मचाई रे सब मिल सखिया।

चन्द्र सखी भज बाल कृष्ण छवि, चिर जीवो यह जोड़ी रे रसिया।

Meaning

This song is dedicated to the joyful festival. Holi is one of the most colourful and playful festivals for everyone and it is believed that on this festival Lord Krishna and Radha used to enjoy with their friends and relatives.

 Lord Krishna Bhajan

9)Title: छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल

छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल, छोटो सो मेरो मदन गोपाल ।

छोटी छोटी गैया..

आगे आगे गैया पीछे पीछे ग्वाल, बीच में मेरो मदन गोपाल ।

छोटी छोटी गैया..

कारी कारी गैया गोरे गोरे ग्वाल, श्याम वरण मेरो मदन गोपाल ।

छोटी छोटी गैया..

घास खाए गैया दूध पीवे ग्वाल, माखन खावे मेरो मदन गोपाल ।

छोटी छोटी गैया..

छोटी छोटी लकुटी छोले छोटे हाथ, बंसी बजावे मेरो मदन गोपाल ।

छोटी छोटी गैया..

छोटी छोटी सखियाँ मधुबन बाग, रास राचावे मेरो मदन गोपाल ।

छोटी छोटी गैया. 
छोटी छोटी गैया छोटे छोटे ग्वाल, छोटो सो मेरो मदन गोपाल ।

Meaning

In this bhajan, Maa Yashoda describe the adorable presence of Lord Krishna in the field where Lord Krishna used to go with his cows and little friends in the Madhuvan garden, where he does all his raasleela and plays the flute.

 Lord Krishna Bhajan

10)Title: राधे कृष्णा की ज्योति अलोकिक

राधे कृष्णा की ज्योति अलोकिक, तीनों लोक में छाये रही है 

भक्ति विवश एक प्रेम पुजारिन

फिर भी दीप जलाये रही है…… (2)

कृष्ण को गोकुल से राधे को

बरसाने से बुलाय रही है

दोनों करो स्वीकार कृपा कर, जोगन आरती गाये रही है

दोनों करो स्वीकार कृपा कर, जोगन आरती गाये रही है 

भोर भये ते सांज ढ़ले तक, सेवा कौन इतनेम म्हारो 

स्नान कराये वो वस्त्र ओढ़ाए वो, भोग लगाए वो लागत प्यारो 

कबते निहारत आपकी और, की आप हमारी और निहारो

कबते निहारत आपकी और, की आप हमारी और निहारो

राधे कृष्णा हमारे धाम को, जानी वृन्दावन धाम पधारो 

राधे कृष्णा हमारे धाम को, जानी वृन्दावन धाम पधारो

Lord Krishna bhajan

11) Title: कान्हा अब तो मुरली की, मधुर सुना दो तान

ओ कान्हा अब तो मुरली की, मधुर सुना दो तान 

ओ कान्हा अब तो मुरली की, मधुर सुना दो तान

मैं हूँ तेरी प्रेम दिवानी मुझको तु पहचान, 

मधुर सुना दो तान.. 

ओ कान्हा अब तो मुरली की, मधुर सुना दो तान 

जब से तुम संग मैंने अपने, नैना जोड़ लिये हैं

क्या मैया क्या बाबुल, सबसे रिश्ते तोड़ लिए हैं 

तेरे मिलन को व्याकुल हैं, ये कबसे मेरे प्राण

 मधुर सुना दो तान.. 

ओ कान्हा अब तो मुरली की 

मधुर सुना दो तान 

सागर से भी गहरी,  मेरे प्रेम की गहराई 

लोक लाज कुल की मरियादा, सज कर मैं तो आई 

मेरी प्रीती से ओ निर्मोही , अब ना बनो अनजान

मधुर सुना दो तान.. 

ओ कान्हा अब तो मुरली की, मधुर सुना दो तान

मैं हूँ तेरी प्रेम दिवानी,  मुझको तुम पहचानमधुर सुना दो तान..     मधुर सुना दो तान..

Meaning

As Lord Krishna is known for his excellent flute play so all his devotees are asking for a melodious play tune on the flute. It describes that how attached people feel to Lord Krishna after flute play. 

12) Title: मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है

मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है,

करते हो तुम कन्हैया मेरा नाम हो रहा है

पतवार के बिना ही मेरी नाव चल रही है,

 हैरान है जमाना मंजिल भी मिल रही है

 करता नहीं मैं कुछ भी सब काम हो रहा है

तुम साथ हो जो मेरे किस चीज की कमी है,

किसी और चीज की दरकार ही नहीं है

तेरे साथ से गुलाम अब कुछ काम हो रहा है

मैं तो नहीं हूं काबिल तेरा पार कैसे पाऊं,

टूटी हुई वाणी से गुणगान कैसे जाऊं,

तेरी प्रेरणा से ही यह सब कमाल हो रहा है

Meaning

In this bhajans, the devotee says, I am not doing anything worthwhile. It is you only do everything, and I get credit for everything.

13) Title: अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं

अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं,
राम नारायणं जानकी बल्लभम ।

कौन कहता हे भगवान आते नहीं
तुम मीरा के जैसे बुलाते नहीं ।

कौन कहता है भगवान खाते नहीं,
बेर शबरी के जैसे खिलाते नहीं ।

कौन कहता है भगवान सोते नहीं,
माँ यशोदा के जैसे सुलाते नहीं ।

कौन कहता है भगवान नाचते नहीं,
गोपियों की तरह तुम नचाते नहीं ।

नाम जपते चलो काम करते चलो,
हर समय कृष्ण का ध्यान करते चलो ।

याद आएगी उनको कभी ना कभी,
कृष्ण दर्शन तो देंगे कभी ना कभी ।

Meaning

This song is sung in praise of Lord Krishna. It says that Lord Krishan is someone who never makes mistakes. The bhajans says, that god can be at your service, but only thing you need is to have pure and selfless devotion.

14) Title: कभी राम बनके कभी श्याम बनके

कभी राम बनके, कभी श्याम बनके,

चले आना प्रभुजी चले आना॥

तुम राम रूप में आना, तुम राम रूप में आना

सीता साथ लेके, धनुष हाथ लेके, चले आना प्रभुजी चले आना॥

तुम श्याम रूप में आना, तुम श्याम रूप में आना,

राधा साथ लेके, मुरली हाथ लेके, चले आना प्रभुजी चले आना॥

तुम शिव के रूप में आना, तुम शिव के रूप में आना..

गौरा साथ लेके, डमरू हाथ लेके, चले आना प्रभुजी चले आना॥

तुम विष्णु रूप में आना, तुम विष्णु रूप में आना,

लक्ष्मी साथ लेके, चक्र हाथ लेके, चले आना प्रभुजी चले आना॥

तुम गणपति रूप में आना, तुम गणपति रूप में आना

रीधी साथ लेके, सीधी साथ लेके, चले आना प्रभुजी चले आना॥

कभी राम बनके कभी श्याम बनके, चले आना प्रभुजी चले आना॥

Meaning

This bhajan shows the divine forms of Lord Krishna. Devotees pray for just a single glimpse of Lord Krishna. Here is a phase: O my Lord, please come to me, sometimes taking the divine form of Rama and at other times in the divine form of Shyama, please come to me.

15) Title: राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा

राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा

श्याम देखा घनश्याम देखा

राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा

राधा तेरा श्याम हमने वंसीवट पे देखा,

बंसी बजते हुए, राधा तेरा श्याम देखा

राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा…

राधा तेरा श्याम हमने वृन्दावन में देखा

रास रचाते हुए राधा तेरा श्याम देखा

राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा…

राधा तेरा श्याम हमने गोकुल में देखा-देखा

गइया चराते हुए राधा तेरा श्याम देखा

राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा…

राधा तेरा श्याम हमने मथुरा में देखा

मुरली बजाते हुए राधा तेरा श्याम देखा

राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा…

राधा तेरा श्याम हमने सर्व जगत में देखा

राधे राधे जपते हुए, राधा तेरा श्याम देखा

राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा…

राधा ढूंढ रही किसी ने मेरा श्याम देखा

Meaning

This song is dedicated to the Raas leela of Radha Krishna, in search of Krishna she asked everyone about Lord Krishna and everyone suggest a new place to go in search of Lord Krishna. 

Krishna
Lord Krishna

16) Title: मुरली जोर की बजाई रे नंदलाला,

मुरली जोर की बजाई रे नंदलाला,

नन्द लाला ओ गोपाला,

मुरली की आवाज राधे बरसाने सुनी थी,

राधे दोहडी चली आई रे नंदलाला,

मुरली जोर की बजाई रे नंदलाला

मुरली की आवाज मीरा वृन्दावन सुनी थी,

प्रीत मीरा ने लगाई रे नन्द लाला,

मुरली जोर की बजाई रे नंदलाला

मुरली की आवाज गोपियाँ यमुना पे सुनी थी,

गोपियाँ खींची चली आई रे नन्द लाला,

मुरली जोर की बजाई रे नंदलाला

मुरली की आवाज भक्त नरसी ने सुनी थी,

लाज तूने ही बचाई रे नन्द लाला,

मुरली जोर की बजाई रे नंदलाला

मुरली की आवाज मित्र सुदामा ने सुनी थी,

यारी तुह्ने ही निभाई रे नंदलाला,

मुरली जोर की बजाई रे नंदलाला,

मुरली की आवाज तेरे भक्तो ने सुनी थी,

नैया पार तू लगाई दे नन्द लाला,.

मुरली जोर की बजाई रे नंदलाला

Meaning

 In this bhajan when people demand Lord Krishna for a flute play so that they can enjoy the most beautiful thing they ever had in their life.

17) Title: कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी उंगली ने

कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी उंगली ने,

जब द्रौपदी दुष्टों ने घेरी, जब द्रौपदी दुष्टों ने घेरी

कैसा चिर बढ़ाया रे श्याम तेरी उंगली ने,

कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी उंगली ने,

जहेर का प्याला रणजी ने भेजा, जहेर का प्याला रणजी ने भेजा,…. (2)

कैसा अमृत बनाया रे श्याम तेरी उंगली मेी,

कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी उंगली ने,

जब प्रहेलड कहाड़ मे गेरा, जब प्रहेलड कहाड़ मे गेरा,

कैसा कमाल खिलाया रे, श्याम तेरी उंगली ने,

कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी उंगली ने,

जब नर्सिंघ ने तुमको हेरा, जब नर्सिंघ ने तुमको हेरा,

कैसा भाट भराया रे, श्याम तेरी उंगली ने,

कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी उंगली ने,

जब अर्जुन ने जैवरत को मारा, जब अर्जुन ने जैवरत को मारा,

कैसा सूरज छिपाया रे, श्याम तेरी उंगली ने,

जब जब भक्तो ने तुमको पुकारा, जब जब भक्तो ने तुमको पुकारा,

सबका कष्ट मिटाया रे, श्याम तेरी उंगली ने,

कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी उंगली ने,

कैसा चक्कर चलाया रे श्याम तेरी उंगली ने ॥

Meaning

This song is all about the past incient when Lord Krishna helped Draupati during vastraharan, this is the incidenct of epic Mahabharat.

18) Title: मेरा दिल दीवाना हो गया वृंदावन की गलियों में

मेरा दिल दीवाना हो गया वृंदावन की गलियों में

वृंदावन की गलियों में बरसाने की गलियों में

जो होना था सो हो गया वृंदावन की गलियों में

मेरा दिल दीवाना हो गया वृंदावन की गलियों में

सावन की मस्त बहारें यहाँ रिमझिम पड़े फुहारें

मन वंशी की धुन में खो गया वृंदावन की गलियों में

मेरा दिल दीवाना हो गया वृंदावन की गलियों में

मेरे मोहन मुरली वाले मुझे तुझ बिन कौन सम्भाले

मेरा चित्त चुरा के वो गया वृंदावन की गलियों में

मेरा दिल दीवाना हो गया वृंदावन की गलियों में

मैं ढूँढत ढूँढत हारा मुझे मिला ना मुरली वाला

मैं तड़प तड़प के रो गया वृंदावन की गलियों में

मेरा दिल दीवाना हो गया वृंदावन की गलियों में

राधे का नाम पुकारा मेरा बांके बिहारी आया

राधे का ध्यान लगाया मेरा बांके बिहारी आया

राधे संग दर्शन दे गया वृंदावन की गलियों में

मेरा दिल दीवाना हो गया वृंदावन की गलियों में

वृंदावन की गलियों में बरसाने की गलियों में

जो होना था सो हो गया वृंदावन की गलियों मेंजय राधे जय राधे जय राधे जय राधे 

Meaning

Devotees try to explain the memorable experience of Vriandhan, where Lord Krishna’s childhood was spent. Devotees say that my heart went crazy in the street of Vrindavan, whatever had to happen, happened in the street of Vrindavan.

Krishna
Krishna and his famous basuri

19)  Title: मुकुट सिर मोर का

मुकुट सिर मोर का, मेरे चित चोर का ।

दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से ॥

कमल लज्जाये तेरे नैनो को देख के ।

भूली घटाए तेरी कजरे की रेख पे ।

यह मुखड़ा निहार के, सो चाँद गए हार के,

दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से ॥

कुर्बान जाऊं तेरी बांकी अदाओं पे ।

पास मेरे आजा तोहे भर मैं भर लूँ मैं बाहों में ।

जमाने को विसार के, दिलो जान टोपे वार के,

दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से ॥

रमण बिहारी नहीं तुलना नहीं तुम्हारी ।

तुझ सा ना पहले कोई ना देखा अगाडी ।

दीवानों ने विचार के, कहा यह पुकार के,दो नैना सरकार के, कटीले हैं कटार से ॥

Meaning

The details description from the top to bottom and from the inner beauty to the outer. This bhajan explain very feature of Lord Krishna.

Krishna
Krishna- radha

20)  Title: राधा कैसे न जले

मधुबन में जो कन्हैया, किसी गोपी से मिले
कभी मुस्काये, कभी छेड़े, कभी बात करे
राधा कैसे न जले (x2)
आग तनमन में लगे, राधा कैसे न जले

मधुबन में भले कान्हा, किसी गोपी से मिले
मन में तो राधा के ही, प्रेम के हैं फूल खिले
किस लिये राधा जले
बिना सोचे समझे, किस लिये राधा जले

ओ.. गोपियाँ तारे हैं, चाँद है राधा
फिर क्यों है उसको विश्वास आधा
हो.. गोपियाँ तारे हैं, चाँद है राधा
फिर क्यों है उसको बिसवास विश्वास आधा

कान्हा जी का जो सदा, इधर-उधर ध्यान रहे
राधा बेचारी को फिर, अपने पे क्या मान रहे
गोपियाँ आनी-जानी हैं, राधा तो मन की रानी है.. (2)
साँझ सखारे, जमुना किनारे, राधा राधा ही कान्हा पुकारे

ओये होए ओये होए
बाहों के हार जो डाले, कोई कान्हा के गले
राधा कैसे न जले, राधा कैसे न जले
आग तनमन में लगे, राधा कैसे न जले

मन में है राधे को, कान्हा जो बसाये
तो कान्हा काहे को, उसे न बताए
प्रेम की अपनी अलग, बोली अलग, भासा है
बात नैनों से हो, कान्हा की यही आसा है

कान्हा के ये जो नैना हैं, छीने गोपियों के चैना हैं
मिली नजरिया, हुई बावरिया, गोरी गोरी सी कोई गुजरिया

कान्हा का प्यार किसी गोपी के मन में जो पले
किस लिये राधा जले, राधा जले,

राधा जले रधा कैसे न जले…
किस लिये राधा जले रधा कैसे न जले

Meaning

When Goddess Radha complains to Lord Krishna that when Lord Krishna meets with other girls in the garden, how Radha can not be jealous. Then Lord Krishna explain to her that he loves only Radha so why would Radha be jealous.

 

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