Chhath Puja is an old Hindu Vedic festival celebrated in the subcontinent. It involves ritual practices like providing offerings to the god, fasting, bathing in the Ganges, and song and dance. Dance and music have always been an integral part of Indian culture. With so many states in India, where there are many languages and dialect, each culture has its own dance and music, which is called folk dance or folk music. On similar lines, each culture has its own folk songs, which people sing on various occasions like birth, marriage, and various festivals.
Read More: Chhath Puja 2021: Why is it celebrated? Date, Time, Significance
Chhath Puja is one such folk festival celebrated in several parts of India, especially Bihar, Jharkhand, Uttar Pradesh, Chhattisgarh, Madhya Pradesh, and West Bengal. Ladies gather together to worship Chhathi Maata and sing songs praising her glory. While praising her glory, they pray to grace their children with health, wealth, prosperity and longevity. They also pray for the peace, happiness, and general well-being of their family.
When is Chhath Puja celebrated?
Chhath Puja is celebrated two times in India. The first Chhath Puja is celebrated 5-6 days after Holi, on the ‘krishna-shashti’ in the month of Chaitra. This is the first month of the Hindu calendar. However, the more important Chhath Puja is celebrated 5-6 days after Diwali, on the ‘shukla-shashti’ in the month of Kartik, as per the Hindu calendar.
Why is Chhath Puja Celebrated?
This festival is celebrated to express gratitude to the Sun god for the various gifts provided to us. Along with the Sun god, people worship Chhathi Maata, also called Shashti Maata. She is believed to be the sister of the Sun god. She is also believed to one form of Durga, called Katyayani Maata, and is worshipped on the 6th Navratri. In the local language, she is called Usha.
How is the Festival Celebrated?
Chhath Puja is a 4-day festival. It starts from the ‘chaturthi’ and goes on till ‘saptami’ of the month of Kartik. The people eagerly wait for this festival. People who work outside their villages or cities try to be with their family at this festival. They clean their homes and buy new clothes for everyone.
- On day 1 of the festival, people wake up early, take a bath and clean their place of puja. The ladies who observe fast during this festival are called ‘parvaitin’. They cook a ‘satvik’ bhog to be offered to the deities. This bhog does not contain any salt, onion, or garlic. This is done to protect the mind from vengeful tendencies.
- On day 2, people fast from sunrise to sunset. Ladies prepare ‘gur-kheer’, which they offer to deities along with seasonal fruits and other dry fruits. After the evening, they break their fast with this bhog.
- On day 3, which is the main day of the festival, the devotees offer arghya to the setting sun in the evening. This is called the ‘pehla arag’ (the first arghya). Women generally wear turmeric yellow colour clothes while performing this ritual. This day they do not eat anything, not even water. After worshipping Sun God, ladies listen to Chhathi Maata ‘vrat-katha’ and sing songs of Chhathi Maata in the night.
- On the 4th and last day of the puja, people visit a nearby riverbank to offer ‘doosra arag’ (the second arghya) to the sun at the time of sunrise. They pray for the well-being of their children and peace and happiness for the entire family. After his worship only, devotees break their 36-hour fast.
17+ Songs of Chhath Puja:
As with all Indian festivals, Chhath Puja has many songs, most of which are in the local dialects spoken in these regions. These songs have a beauty of their own and convey the devotion of people for Chhathi Maata. Some of the songs are listed below.
छठ पूजा गीत 1 – काच्चे ही बांस के बहंगिया
काच्चे ही बांस के बहंगिया , बहंगी लचकत जाए,,,,,,,,,,,२
होए ना बलम जी कहरिया , बहंगी घाटे पहुंचाए,,,,,,,,,,,,,२
कांच ही बांस के बहंगिया, बहंगी लचकत जाए,,,,,,,,,,,,,२
बाट जे पूछे ना बटोहिया , बहंगी केकरा के जाय,,,,,,,,,,,२
तू तो आंध्र होवे रे बटोहिया , बहंगी छठ मैया के जाए,,,,,,,,,,,,,,२
वह रे जे बाड़ी छठी मैया , बहंगी उनका के जाए,,,,,,,,,,,,,,,,,,,२
कांच ही बांस के बहंगिया , बहंगी लचकत जाए,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,२
होए ना देवर जी कहरिया , बहंगी घाटे पहुंचाई ,,,,,,,,,,,,,२
वह रे जो बाड़ी छठी मैया, बहंगी उनका के जाए ,,,,,,,,,,,,२
बाटे जे पूछे ना बटोहिया, बहंगी केकरा के जाय ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,२
तू तो आन्हर होय रे बटोहिया, बहंगी छठ मैया के जाए ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,२
वह रे जय भइली छठी मैया , बहंगी उनका के जाए,,,,,,,,,,,,,,,,,,,२
छठ पूजा गीत 2 – केलवा के पात पर उगे लन सुरुजमल
केलवा के पात पर उगे लन सुरुजमल झांके – झुके x (2)
के करेलू छठ बरतिया से झांके – झुके x (2)
हम तोहसे पूछी बरतिया ए बरतिया के केकरा लागी x (2)
के करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी x (2)
हमरो जे बेटवा तोहन अइसन बेटावा से उनके लागी x (2)
से करेली छठ बरतिया से उनके लागी x (2)
अमरूदिया के पात पर उगे लन सुरुजमल झाके – झुके x (2)
के करेलू छठ बरतिया से झाके – झुके x (2)
हम तोहसे पूछी बरतिया ए बरतिया के केकरा लागी x (2)
के करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी x (2)
हमरो जे स्वामी तोहन अइसन स्वामी से उनके लागी x (2)
से करेली छठ बरतिया के उनके लागी x (2)
नारियर के पात पर उगे लन सुरुजमल झाके – झुके x (2)
के करेली छठ बरतिया से झांके – झुके x (2)
हम तोहसे पूछी बरतिया ए बरतिया से केकरा लागी x (2)
के करेलू छठ बरतिया से केकरा लागी x (2)
हमरो जे बेटी तोहन बेटिया से उनके लागी x (2)
से करेली छठ बरतिया से उनके लागी x (2)
छठ पूजा गीत 3 – आठ ही के काठ के कोठरिया
आठ ही के काठ के कोठरिया हो दीनानाथ , रूपे छा~ने लागल केवाड़ x (2)
ताहि ऊपर चढ़ी सुतले हो दीनानाथ बांझी केवडूवा धइले ठाड़ x (2)
चदर उघारी जब देखले हो दीनानाथ , कौन संकट पडल तोहार x (2)
पुत्र संकट पडल , मोरा हो दीनानाथ ओहिला केवडूवा धईले ठाड़ x (2)
चदर उघारी जब देखले हो दीनानाथ , कौन संकट पडल तोहार x (2)
नैना संकट पड़ल मोरा हो दीनानाथ ओहिला केवडुआ धईले ठाड़ x (2)
चदर उघारी जब देखले हो दीनानाथ , कौन संकट पडल तोहार x (2)
काया संकट पडल मोरा हो दीनानाथ, ओहिला केवडुआ धईले ठाड़ x (2)
बांझीनी के पुत्र जब , दिहले दीनानाथ खेलत-कुदत घर जात x (2)
अन्हरा के आंख दिहले कोढ़िया के कायावा हसत बोलत घर जात x (2)
छठ पूजा गीत 4 – मारबो रे सुगवा
ऊ जे केरवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित* होई ना सहाय॥
ऊ जे नारियर जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥
अमरुदवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥
शरीफवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥
ऊ जे सेववा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥
सभे फलवा जे फरेला खबद से, ओह पर सुगा मेड़राए।
मारबो रे सुगवा धनुख से, सुगा गिरे मुरझाए।
ऊ जे सुगनी जे रोएली वियोग से, आदित होई ना सहाय॥
छठ पूजा गीत 5 – तेरे करुणा का पाने मैया प्यार
तेरे करुणा का पाने मैया प्यार |
मैं आया छठी घाट देखने ||
छठी माई या तेरे द्वार पे, हाथ जोड़ के आया,
करती मुरादें सबकी पूरी, गजब तुम्हारी माया|
तेरे चरणों में अमृतधार में आया छठीघाट देखने ||
शाम सवेरे डाला सजा कर, भक्त घाट पे आते
हाथ में लेके व्रती डाला ,सूर्य को अर्घ चढाते
धूपदीप फल सजीथाल मैं आया छठीघाट देखने||
जो करते माँ छठ पूजा , सुख सम्पति हैं पाते
नी पू ती को पुत्र हैं मिलते , निर्धन धनी कहाते
करे रघुवीर विनती हजार ,मैं आया तेरे घाट देखने||
तेरे करुणा का पाने मैया प्यार
में आया छठी घाट देखने||
छठ पूजा गीत 6 – छठी मैया के ऊँची रे अररीया
छठी मैया के ऊँची रे अररीया, ओह पर चढलो ना जाए।
छठी मैया के ऊँची रे अररीया, ओह पर चढलो ना जाए।
लिहीना कवन देव कुदरीया, घटिया दाहिना बनाय,
लिहीना कवन बाबू कुदरीया, घटिया दाहिना बनाय,
पेहनी ना कवन देव पियरीया, चली अरघ दियाय।
पेहनी ना कवन बाबू पियरीया, चली अरघ दियाय।
छठ पूजा गीत 7 – काँच ही बाँस बसहर घरवा
काँच ही बाँस बसहर घरवा, हे कदम जुड़े गाछ, हे कदम जुड़े गाछ।
काँच ही बाँस बसहर घरवा, हे कदम जुड़ गाछ, हे कदम जुड़ गाछ।
ताही बसहर सुतेले कवन देव, गोडे मोडे चदर तान, गोडे मोडे चदर तान।
पैसी जगावेली कवन देई, उठी स्वामी भईले बिहान, उठी स्वामी भईले बिहान।
गईया दूहन भिनुसहरा, भईले अरघीया के जून, भईले अरघीया के जून।
तीन दिन के भूखली धनिया, बाडी जल बिचवे खाड, बाडी जल बिचवे में खाड।
थर थर कापेला बदनीया, ओठवा गई ले झूराए,
ओठवा गई ले झूराए, ओठवा गई ले झूराए।
छठ पूजा गीत 8 – कुजडा छानेला दोकान
आदितमल के पक्की रे सड़कीया,
कुजडा छानेला दोकान, कुजडा छानेला दोकान।
आदितमल के पक्की रे सड़कीया,
कुजडा छानेला दोकान, कुजडा छानेला दोकान।
घोडवा चढल अईले कवन देव,
करे लगले नरियर के मोल, करे लगले फलवा के मोल।
हाली हाली कर भैया मोलवा
भईले अरघीया के जून, भईले अरघीया के जून।
उगी ना आदितमल चमक से,
अरघ लिहीना मन से, अरघ लिहीना मन से।
मनसा दिहीना पूराए, मनसा दिहीना पूराए।
छठ पूजा गीत 9 – ऊखीया खंभा गडईबो
ऊखीया खंभा गडईबो, चंदने के ओहार, चंदने के ओहार।
ऊखीया खंभा गडईबो, चंदने के ओहार, चंदने के ओहार।
गजमोती चौका पूरईबो, कंचन कलशा धराए, कंचन कलशा धराए।
गजमोती चौका पूरईबो, कंचन कलशा धराए, कंचन कलशा धराए।
ताही चौका बैठेले कवन देव, धोतीया देले फहराए, धोतीया देले फहराए।
ताही चौका बैठेले कवन देव, धोतीया देले फहराए, धोतीया देले फहराए।
अरघ देवे चलली कवन देई, छठी माई से करेली अ़रज, छठी माई से करेली अ़रज।
अरघ देवे चलली कवन देई, छठी माई से करेली अ़रज, छठी माई से करेली अ़रज।
छठ पूजा गीत 10 – छठी माई के घटिया प
छठी माई के घटिया प, आजन बाजन, बाजा बजवाईब हो।
छठी माई के घटिया प, आजन बाजन, बाजा बजवाईब हो।
गोदीया में होईहे बलकवा, अरघ देवे आईब हो।
गोदीया में होईहे बलकवा, अरघ देवे आईब हो।
एक ही ललन बिना, छछनेला मनवा,
सुन सान लागे हमरो, घरवा अंगनवा।
एक ही ललन बिना, छछनेला मनवा,
सुन सान लागे हमरो, घरवा अंगनवा।
पूरा होईहे दिलवा के ललसा त, जलसा कराईब हो।
गोदीया में होईहे बलकवा, अरघ देवे आईब हो।
गोदीया में होईहे बलकवा, अरघ देवे आईब हो।
मनवा में आस लेके, रोवेली बझिनी,
कहिया बसईबू छठी माई, हमरो दुनिया,
कहिया बसईबू छठी माई, हमरो दुनिया।
अइसन सुंदर फल पाईब, सूरूज गोहराईब हो,
गोदीया में होईहे बलकवा, अरघ देवे आईब हो।
गोदीया में होईहे बलकवा, अरघ देवे आईब हो।
छठी माई के घटिया प, आजन बाजन, बाजा बजवाईब हो।
गोदीया में होईहे बलकवा, अरघ देवे आईब हो।
गोदीया में होईहे बलकवा, अरघ देवे आईब हो।
छठ पूजा गीत 11 – घोड़वा के लहसीया
अरे घोड़वा के लहसीया हो धईले, महादेव हो खाड़।
अरे घोड़वा के लहसीया हो धईले, महादेव हो खाड़।
अरे हाली हाली उगी ए आदित, अरघीया के हो जून।
अरे हाली हाली उगी ए आदित, अरघीया के हो जून।
अरे तीन दीन के भूखल धनीया, अरघ लिहले हो खाड।
अरे तीन दीन के भूखल धनीया, अरघ लिहले हो खाड।
अरे घोड़वा के लहसीया हो धईले, कार्तिके हो खाड़।
अरे घोड़वा के लहसीया हो धईले, गणेश जी हो खाड़।
अरे हाली हाली उगी ए आदित, अरघीया के हो जून।
अरे हाली हाली उगी ए आदित, अरघीया के हो जून।
अरे तीन दीन के भूखल मयरिया, अरघ लिहले हो खाड।
अरे तीन दीन के भूखल मयरिया, अरघ लिहले हो खाड।
छठ पूजा गीत 12- कवन देव के लागल घनी बसवरिया
कवन देव के लागल घनी बसवरिया,
बसवा हिलेला आकाश, बसवा हिलेला आकाश।
बँसवा कटईबो जरी सोरी से,
देबो में दउरा बनवाई, देबो में सूपवा बनवाई।
बसवा कटईबो जरी सोरी से,
देबो में डोमवा के हाथ, देबो में डोमवा के हाथ।
दुई चारी बिनीह तू दउरवा,
सूपवा बिनीह हजार, सूपवा बिनीह हजार।
लाल पियर के बाडे दउरवा, बंहगी लचकत जाए,
बाँट के पूछेला रे बटोहिया, ई दल केकर के जाए।
आन्हर हउवे रे बटोहिया, इ दल आदित बाबा के जाए।
छठ पूजा गीत 13- अरे चढ़त कार्तिकवा ए आदितमल
अरे चढ़त कार्तिकवा ए आदितमल, लागे श्रद्धा हमार।
अरे चढ़त कार्तिकवा ए आदितमल, लागे श्रद्धा हमार।
अरे गोदीया में रहिते बलकवा ए आदितमल, अइती रउरा घाट।
अरे गोदीया में रहिते बलकवा ए आदितमल, अइती रउरा घाट।
अरे सासु मारे ईरही ए आदितमल, ननदी बिरही बोल।
अरे सासु मारे ईरही ए आदितमल, ननदी बिरही बोल।
अरे गोतनी बैरनीया ए आदितमल, बझीन धइली नाव।
अरे गोतनी बैरनीया ए आदितमल, बझीन धइली नाव।
अरे संईया मारसू बेत के छडी़या, सहलो ना जाए।
अरे संईया मारसू बेत के छडी़या, सहलो ना जाए।
अरे चुप होख,चूप ए तिरीया, नयनवा पोछ हो लोर।
अरे चुप होख,चूप ए तिरीया, नयनवा पोछ हो लोर। ए
अरे असो के कार्तिकवा जेए तिरीया, निरफल जाए।
अरे आगा के कार्तिकवा ए तिरीया, गजाधर अइसन पूत।
अरे आगा के कार्तिकवा ए तिरीया, गजाधर अइसन पूत।
छठ पूजा गीत 14- अंगना तुलसी के गछिया भूईयवे लोटे हो दाढ
अरे अंगना तुलसी के गछिया भूईयवे लोटे हो दाढ,
अरे अंगना तुलसी के गछिया भूईयवे लोटे हो दाढ।
अरे ताही तर बझिन तिरीयवा,अरघ लिहले हो खाड,
अरे ताही तर बझिन तिरीयवा,अरघ लिहले हो खाड।
अरे सब कर अरघीया ए दीनानाथ लिहनी जूठार,
अरे सब कर अरघीया ए दीनानाथ लिहनी जूठार।
अरे बाझीन के अरघीया ए दीनानाथ ठहर तवाय,
अरे बाझीन के अरघीया ए दीनानाथ ठहर तवाय।
अरे कवन अईगुनवा ए दीनानाथ बझिन पडल हो नाव,
अरे कवन अईगुनवा ए दीनानाथ बझिन पडल हो नाव।
अरे सासु के जवबवा हो दिहलू, ननदीया के गारी देत,
अरे सासु के जवबवा हो दिहलू, ननदीया के गारी देत।
अरे बड के लिपलका ए बाझीन दिहलू तू धांग,
अरे बड के लिपलका ए बाझीन दिहलू तू धांग।
अरे एही अईगुनवा ए तिरीया बाझीन पडल हो नाव,
अरे एही अईगुनवा ए तिरीया बाझीन पडल हो नाव।
छठ पूजा गीत 15- लिप ही पोती के कोठरिया
लिप ही पोती के कोठरिया, ओही में फलवा सजाए।
लिप ही पोती के कोठरिया, ओही में फलवा सजाए।
गोदी से छटकलन बलकवा, दिहले फलवा जूठियाय।
गोदी से छटकलन बलकवा, दिहले फलवा जूठियाय।
बबुआ के अम्मा निरदईया, दिहली चटकन लगाए।
बबुआ के अम्मा निरदईया, दिहली चटकन लगाए।
तडपी के बोलेली छठीअ मैया, बबुआ हवे नदान।
तडपी के बोलेली छठीअ मैया, बबुआ हवे नदान।
छठ पूजा गीत 16- छठी मैया के ऊंची रे अररिया
छठी मैया के ऊँची रे अररीया, ओह पर चढलो ना जाए।
छठी मैया के ऊँची रे अररीया, ओह पर चढलो ना जाए।
लिहीना कवन देव कुदरीया, घटिया दाहिना बनाय,
लिहीना कवन बाबू कुदरीया, घटिया दाहिना बनाय,
पेहनी ना कवन देव पियरीया, चली अरघ दियाय।
पेहनी ना कवन बाबू पियरीया, चली अरघ दियाय।Top of Form
छठ पूजा गीत 17- सोना सट कुनिया, हो दीनानाथ
सोना सट कुनिया, हो दीनानाथ
हे घूमइछा संसार, हे घूमइछा संसार
आन दिन उगइ छा हो दीनानाथ
आहे भोर भिनसार, आहे भोर भिनसार
आजू के दिनवा हो दीनानाथ
हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर
बाट में भेटिए गेल गे अबला
एकटा अन्हरा पुरुष, एकटा अन्हरा पुरुष
अंखिया दियेते गे अबला
हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर
बाट में भेटिए गेल गे अबला
एकटा बाझिनिया, एकटा बाझिनिया
बालक दियेते गे अबला
हे लागल एती बेर, हे लागल एती बेर